साइबर अपराधों के प्रकार
भारत में साईबर अपराध के विभिन्न रूप (प्रकार)
भारत में साइबर अपराध के मामलों में हाल के वर्षों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है, खासतौर पर महिलाओं के खिलाफ। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर अपराध के कुल 65,893 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 के 52,974 मामलों की
तुलना में 24.4% अधिक हैं। इन मामलों में महिलाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें ब्लैकमेल, यौन शोषण, और बदनामी से जुड़े अपराध शामिल हैं।2022 में दर्ज साइबर अपराधों में लगभग 3,648 मामले यौन शोषण से जुड़े थे। इसके अलावा, धोखाधड़ी और ब्लैकमेल के भी कई मामले सामने आए हैं। महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध के मामलों में सोशल मीडिया के जरिए अश्लील संदेश भेजना, बदनाम करना और छेड़छाड़ की घटनाएं प्रमुख हैं।सरकार ने इस बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें राज्यों में साइबर फोरेंसिक लैब्स की स्थापना और पुलिस व न्यायिक अधिकारियों के लिए साइबर अपराध से जुड़े प्रशिक्षण शामिल हैं। इसके अलावा, जागरूकता बढ़ाने के लिए भी कई अभियानों का संचालन किया जा रहा है।पूर्व में लिखे गये लेख में महिलाओं से सम्बंधित साईबर अपराधों के बारे में बताया गया था इस लेख में हम साईबर अपराधों के कितने प्रकार होते है और उनसे कैसे बचा जा सकता है इसके बारे में बतायेगे ताकि आप लोग साईबर अपराधों के विभिन्न रूपों को समझ सके ओर ऐसे अपराधों के प्रति सर्तक व सावधान रहे। केन्द्रीय गृह मत्रायलय की एक एसेंजी की रिपोर्ट में बताया गया कि करीब 14-15 प्रकार के साईबर फ्राॅड के माध्यम के लोगों को ठगा जा रहा है अपराधी उन्हें अपना शिकार बना रहे है।
साईबर अपराध के विभिन्न रूप (प्रकार) निम्न हैः
जॉब स्केम
देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी की समस्या है इसी का आड में जाॅब स्केम द्वारा नौकरीयों की भर्ती, सरकारी नौकरीयों में नियुक्ति आदि का लालच दिखाकर सबसे ज्यादा यह स्केम साईबर अपराधीयों द्वारा किया जा रहा है एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों को नकली नौकरी के अवसरों का वादा करते हैं और उनसे पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं। यह स्केम अक्सर ऑनलाइन विज्ञापन, ईमेल या सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाता है।
- नकली नौकरी पोस्टिंग: धोखेबाज वेबसाइट्स या सोशल मीडिया पर नकली नौकरी विज्ञापन डालते हैं।
- रिक्रूटमेंट स्केम: धोखेबाज रिक्रूटमेंट एजेंसियों के नाम पर नौकरी दिलाने के लिए पैसे मांगते हैं।
- वर्क-फ्रॉम-होम स्केम: धोखेबाज घर से काम करने के अवसरों का वादा करते हैं और पैसे मांगते हैं।
- इंटरव्यू स्केम: धोखेबाज नकली इंटरव्यू के बहाने व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
- ट्रेनिंग या सर्टिफिकेशन स्केम: धोखेबाज नकली ट्रेनिंग या सर्टिफिकेशन प्रोग्राम्स का वादा करते हैं और पैसे मांगते हैं।
- अनपेक्षित नौकरी ऑफर: अगर आपको अनपेक्षित नौकरी ऑफर मिलता है, तो सावधान रहें।
- पैसे की मांग: वैध नियोक्ता आमतौर पर पैसे नहीं मांगते।
- खराब संचार: धोखेबाजों के ईमेल या संदेश में अक्सर व्याकरण और वर्तनी की गलतियाँ होती हैं।
- कंपनी की जानकारी की कमी: कंपनी की वेबसाइट और समीक्षाओं की जांच करें।
- अधिक पैसा या लाभ: अगर नौकरी के लाभ या वेतन अधिक हैं, तो सावधान रहें।
- फ़ोन स्केमआज कल फोन के माध्यम से बहुत से फ्राॅड कॉल आते है जिनमें सरकारी योजना में सबसीडी दिलवाये जाने शून्य ब्याज लोन दिलवाये जाने के झासे दिये जाते है यह फोन स्केम फोन स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों को फोन कॉल या मैसेज के माध्यम से धोखा देते हैं। यह स्केम निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:
- नकली कॉल स्केम: धोखेबाज नकली कॉल करके पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
- फिशिंग कॉल स्केम: धोखेबाज नकली कॉल करके व्यक्तिगत जानकारी चोरी करते हैं।
- प्रीमियम रेट स्केम: धोखेबाज प्रीमियम रेट वाले नंबरों पर कॉल करने के लिए उकसाते हैं।
- वन-रिंग स्केम: धोखेबाज एक रिंग के बाद कॉल कट कर देते हैं और पैसे मांगते हैं।
- स्पैम कॉल स्केम: धोखेबाज अनावश्यक कॉल करके पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
- नकली सरकारी कॉल स्केम: धोखेबाज नकली सरकारी अधिकारी बनकर पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
- बैंकिंग स्केम: धोखेबाज नकली बैंक अधिकारी बनकर पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं।
केश ऑन डिलीवरी (COD) स्केम
आज कल युवाओं में सोशल मिडिया के माध्यम से हर एक चीज ऑनलाइन ऑर्डर देकर मगवाने का क्रेज है जिस में खाने पीने की वस्तुओ से लेकर सौन्दर्य प्रसाधन कपडे, जुते लगभग हर प्रकार की वस्तुए शामिल है साईबर अपराधीयों के लिए यह एक आसान ओर सुगम रास्ता है जिसके माध्यम से वह लोग डिलेवरी के समय इस प्रकार के फ्राॅड कर युवाओं को शिकार बना रहे है। यह एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जहां धोखेबाज ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स पर केश ऑन डिलीवरी का विकल्प चुनकर पैसे या सामान चोरी करते हैं। यह स्केम निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है।
COD स्केम के प्रकार
- नकली ऑर्डर स्केम: धोखेबाज नकली ऑर्डर देते हैं और डिलीवरी बॉय से पैसे लेते हैं।
- पैसे नहीं देने का स्केम: धोखेबाज सामान लेकर पैसे नहीं देते हैं।
- नकली सामान स्केम: धोखेबाज नकली या कम गुणवत्ता वाला सामान देते हैं।
- डिलीवरी बॉय को धोखा देने का स्केम: धोखेबाज डिलीवरी बॉय को नकली ऑर्डर या गलत पता देते हैं.
*सोशल मीडिया बदनामी स्केम
इन मामलों में महिलाओं को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है, जिसमें ब्लैकमेल, यौन शोषण, और बदनामी से जुड़े अपराध शामिल हैं इसके के बारे में मेरे पूर्व के लेख को पढकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
- फ़ेक प्रोफाइल स्केम: धोखेबाज नकली प्रोफाइल बनाकर आपको बदनाम करने की धमकी देते हैं।
- ब्लैकमेलिंग स्केम: धोखेबाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी या फोटो-वीडियो का उपयोग करके बदनाम करने की धमकी देते हैं।
- फ़ेक रिव्यू स्केम: धोखेबाज नकली रिव्यू लिखकर आपको बदनाम करने की कोशिश करते हैं।
- साइबर स्टॉकिंग स्केम: धोखेबाज आपको ऑनलाइन परेशान करते हैं और बदनाम करने की धमकी देते हैं।
- प्रोफेशनल बदनामी स्केम: धोखेबाज आपके पेशेवर जीवन को बदनाम करने की कोशिश करते हैं।
लोन स्केम
टेलिफोन कॉल से माध्यम से बैंक से लोन के्रडिट कार्ड होम एंव निजी लोन इत्यादि का प्रलोभन दिया जाकर लोगों को शिकार बनाया जाता है यह भी एक साईबर ठगी का रूप है
- नकली लोन वेबसाइट्स: धोखेबाज नकली वेबसाइट्स बनाते हैं और आकर्षक लोन ऑफर देते हैं।
- फिशिंग ईमेल और मैसेज: धोखेबाज नकली ईमेल और मैसेज भेजते हैं कि आपको लोन मिल गया है।
- सोशल मीडिया स्केम: धोखेबाज सोशल मीडिया पर आकर्षक लोन ऑफर देते हैं।
- ऑनलाइन लोन ऐप्स: धोखेबाज नकली लोन ऐप्स बनाते हैं और पैसे मांगते हैं।
पार्सल स्केम
पार्सल स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जहां धोखेबाज लोगों को आकर्षक ऑफर देकर पार्सल या पैकेज के नाम पर पैसे हासिल करते हैं। यह स्केम अक्सर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यमों से किया जाता है।
- नकली पार्सल ट्रैकिंग ईमेल: धोखेबाज नकली ईमेल भेजते हैं कि पार्सल आपके पते पर पहुंच गया है।
- सोशल मीडिया स्केम: धोखेबाज सोशल मीडिया पर आकर्षक ऑफर देते हैं।
- ऑनलाइन शॉपिंग स्केम: धोखेबाज नकली ऑनलाइन स्टोर बनाते हैं और पैसे मांगते हैं।
गलती से पैसे भेजने का स्केम
गलती से पैसे भेजने का स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जहां धोखेबाज लोगों को यह झूठा दावा करके पैसे हासिल करते हैं कि उन्हें गलती से पैसे भेज दिए गए हैं। यह स्केम अक्सर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यमों से किया जाता है।
- इन्वेस्टमेंट स्कीमइन्वेस्टमेंट स्कीम स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों को आकर्षक रिटर्न का वादा करके अपने पैसे निवेश करने के लिए उकसाते हैं। यह स्केम अक्सर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यमों से किया जाता है।
डिजिटल अरेस्ट
डिजिटल अरेस्ट स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों को यह झूठा दावा करके डराते हैं कि उनका डिजिटल डेटा या डिवाइस सरकारी एजेंसियों द्वारा ब्लॉक या जब्त किया गया है। वे पैसे या व्यक्तिगत जानकारी चोरी करने के लिए पीड़ित को झूठे समाधान की पेशकश करते हैं।
फेक चैरिटी स्केम
फेक चैरिटी स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों से दान के नाम पर पैसे या व्यक्तिगत जानकारी चोरी करते हैं। यह स्केम अक्सर ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यमों से किया जाता है।
टेक स्पोर्ट स्केम
टेक स्पोर्ट स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां धोखेबाज लोगों को तकनीकी समस्याओं का समाधान करने के नाम पर पैसे या व्यक्तिगत जानकारी चोरी करने की कोशिश करते हैं। यह स्केम अक्सर फोन कॉल, ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाता है।
इमोशनल मेनीपुलेशन स्केम
इमोशनल मेनीपुलेशन स्केम एक प्रकार की धोखाधड़ी है जहां कोई व्यक्ति दूसरे की भावनाओं का फायदा उठाकर अपने स्वार्थ के लिए उनका उपयोग करता है। यह स्केम अक्सर निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:
लक्की ड्रा स्केम
ऑनलाइन लक्की ड्रा
ऑफलाइन लक्की ड्रा
- फोन कॉल या मैसेज के माध्यम से लक्की ड्रा के नाम पर पैसे मांगना।
- नकली लॉटरी टिकट बेचना।
- नकली वेबसाइट्स पर लक्की ड्रा के नाम पर पैसे मांगना।
- सोशल मीडिया पर लक्की ड्रा के नाम पर पैसे मांगना।
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फिशिंग स्केम
- फिशिंग ईमेल: नकली ईमेल जो आपको व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहता है।
- स्मिशिंग (SMS फिशिंग): नकली एसएमएस जो आपको व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहता है।
- विशिंग (वॉइस फिशिंग): नकली फोन कॉल जो आपको व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए कहता है।
- फ़ेक वेबसाइट्स: नकली वेबसाइट्स जो वास्तविक वेबसाइट्स की तरह दिखती हैं।
- पब्लिक वाई-फाई फिशिंग: सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क पर डेटा चोरी करना।
पहचानने के लिए संकेत
- अनपेक्षित ईमेल या मैसेज: अनजाने स्रोत से ईमेल या मैसेज।
- तात्कालिक कार्रवाई की मांग: जल्दी से कार्रवाई करने के लिए दबाव।
- व्यक्तिगत जानकारी मांगना: पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर या अन्य व्यक्तिगत जानकारी मांगना।
- लिंक या अटैचमेंट: अनजान लिंक या अटैचमेंट।
- वर्तनी और व्याकरण की गलतियाँ: ईमेल या मैसेज में वर्तनी और व्याकरण की गलतियाँ।
बचाव के उपाय
- सावधानी से ईमेल और मैसेज खोलें: अनजान स्रोतों से ईमेल या मैसेज न खोलें।
- व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- लिंक और अटैचमेंट न खोलें: अनजान लिंक और अटैचमेंट न खोलें।
- पासवर्ड मजबूत रखें: मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें।
- एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर उपयोग करें: अपने डिवाइस पर एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर स्थापित करें।
- नियमित रूप से अपने खातों की जांच करे: अपने बैंक और अन्य खातों की नियमित रूप से जांच करें।
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